आस्था की नगरी बनारस जिसे काशी के नाम से भी जाना जाता है इतिहास के सुनहरे पन्नों में चमकने वाला बनारस जहां से आस्था का शैलाब बहता है। यह सिर्फ हिंदुओं का नहीं बैद्ध और जैन धर्म का भी पवित्र स्थल माना जाता है। बनारस के घाट पर शाम को होने वाली गंगा आरती को देखने के लिए लोग हजारों मील दूर से आते हैं। शहर से 10 किमी दूर सारनाथ स्थित है जहां पर ज्ञान प्राप्ति के बाद महात्मा बुद्ध जी ने अपना पहला उपदेश दिेए थी। यह वही जगह है जहां से बौद्ध धर्म की यात्रा शुरु हुई थी। गंगा की निर्मल धारा में सूरज की पहली किरण के साथ दूर-दराज ( देश विदेश) से आए हुए लोग नौका विहार करते हैं
गंगा किनारे बने विभिन्न घाट जहां नहाकर लोग पाते हैं आत्मसंतुष्टि |
गंगा की बीच धारा में सुबह को रौशनी में नौकाविहार करते लोग |
सुबह की किरणों में गंगा की निर्मल धारा में नौकाविहार करते तीर्थयात्री |
महात्मा बुद्ध के उपदेशों को बौद्द गुरु से सुनते तिब्बत से अाए हुए बौद्ध भिच्छू |
सारनाथ का धम्म स्तूप |
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